TOP GUIDELINES OF SHIV CHALISA LYRICS

Top Guidelines Of Shiv Chalisa lyrics

Top Guidelines Of Shiv Chalisa lyrics

Blog Article

श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।

प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला । जरे सुरासुर भये विहाला ॥

Devotees who chant these verses with extreme appreciate develop into prosperous through the grace of Lord Shiva. Even the childless wishing to obtain young children, have their needs fulfilled immediately after partaking of Shiva-prasad with religion and devotion.

Your browser isn’t supported any longer. Update it to obtain the ideal YouTube knowledge and our most recent attributes. Learn more

अर्थ: हे भोलेनाथ आपको नमन है। जिसका ब्रह्मा आदि देवता भी भेद न जान सके, हे शिव आपकी जय हो। जो भी इस पाठ को मन लगाकर करेगा, शिव शम्भु उनकी रक्षा करेंगें, आपकी कृपा उन पर बरसेगी।

बिद्यावान गुनी अति चातुर। राम काज करिबे को आतुर।।

लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते मोहि आन उबारो॥

संकट तें हनुमान छुड़ावै। मन क्रम बचन ध्यान जो लावै।।

अर्थ: हे गिरिजा पति हे, दीन हीन पर दया बरसाने वाले भगवान शिव आपकी जय हो, आप get more info सदा संतो के प्रतिपालक रहे हैं। आपके मस्तक पर छोटा सा चंद्रमा शोभायमान है, आपने कानों में नागफनी के कुंडल डाल रखें हैं।

कहत शिवानन्द स्वामी मनवांछित फल पावे ॥ ॐ जय शिव…॥

अर्थ: हे प्रभू आपने तुरंत तरकासुर को मारने के लिए षडानन (भगवान शिव व पार्वती के पुत्र कार्तिकेय) को भेजा। आपने ही जलंधर (श्रीमद‍्देवी भागवत् पुराण के अनुसार भगवान शिव के तेज से ही जलंधर पैदा हुआ था) नामक असुर का संहार किया। आपके कल्याणकारी यश को पूरा संसार जानता है।

कंचन बरन बिराज सुबेसा। कानन कुण्डल कुँचित केसा।।

किसी भी वजह से मन में कोई भय हो तो शिव चालीसा का पाठ करे।

अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन क्षार लगाए॥

Report this page